Hindi Poets Quotes हिंदी साहित्य के प्रेरणादायी अनमोल वचन साहित्यिक अनमोल विचार…
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सिद्धों की वाममार्गी भोगप्रधान योग–साधना पद्धति की प्रतिक्रिया के फलस्वरूप आदिकाल में जिस ‘हठयोग–साधना’ पद्धति का आविर्भाव हुआ, हिंदी साहित्य में उसे ही ‘नाथ पंथ/सम्प्रदाय’ के नाम से जाना जाता है तथा इन नाथों से द्वारा रचा गया साहित्य ‘नाथ साहित्य’ कहा जाता है ।
सिद्ध साहित्य परिचय इस लेख में हम आपको ‘सिद्ध साहित्य’ से सम्बंधित…
आदिकालीन साहित्य में उपलब्ध होने वाली प्रवृत्तियाँ तत्कालीन परिस्थितियों के सन्दर्भ में देखी जानी चाहिए | इस काल में प्रमुख रूप से रासो साहित्य की रचना हुई अतः आदिकालीन साहित्य की प्रवृत्तियाँ रासो साहित्य की प्रवृत्तियाँ ही मानी जा सकतीं हैं |
इन ग्रंथों में पाई जाने वाली सामान्य प्रवृत्तियों का विवेचन निम्न शीर्षकों के अंतर्गत किया जा सकता है –
ऐतिहासिकता का महत्त्व –
(आदिकालीन साहित्य की परिस्थितियाँ एवं विशेषताएँ) भूमिका – आदिकाल साहित्य की परिस्थितियाँ…
काव्य प्रयोजन का अर्थ
काव्य की रचना करने का उद्देश्य | अर्थात् कविता या काव्य की रचना कवि किस उद्देश्य या फल प्राप्ति के लिए करता है.
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काव्य हेतु का अर्थ – काव्य हेतु से अर्थ/आशय – उस शक्ति या साधन से है जो, काव्य रचना में कवि की सहायता करते हैं । ‘
हेतु’ से आशय ‘कारण’ से है अर्थात् वह शक्ति या साधन जो कविता की रचना का कारण बनता है, ‘काव्य हेतु’ कहलाता है।
काव्य हेतु कितने माने गए हैं ?
काव्य हेतु के प्रमुख रूप से तीन भेद माने गए हैं –
प्रतिभा
व्युत्पत्ति
अभ्यासकाव्य हेतु PDF
विविध आचार्यों और विद्वानों ने काव्य के लक्षण निर्धारित किए हैं | अध्ययन की सुविधा के लिए हम उन्हें तीन वर्गों में बाँटते हैं –
संस्कृत आचार्यों द्वारा प्रदत्त काव्य लक्षण
हिंदी विद्वानों द्वारा प्रदत्त काव्य लक्षण
पाश्चात्य विद्वानों द्वारा प्रदत्त काव्य लक्षण
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हिंदी साहित्य प्रश्नोत्तरी की इस प्रश्न शृंखला में हिंदी आलोचना साहित्य से सम्बंधित २० महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को शामिल किया गया है, जो आने वाली परीक्षाओं TGT/PGT HINDI, प्रवक्ता एवं नेट/JRF जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की परख हेतु अत्यंत उपयोगी साबित हो सकते हैं |
HIndi Sahitya Quiz Name – ”हिंदी आलोचना प्रश्नोत्तरी” [भाग -1]
आकाशदीप कहानी की समीक्षा -‘आकाशदीप’ कहानी छायावादी कवि एवं आधुनिक कहानीकार जयशंकर प्रसाद की सर्वाधित चर्चित कहानी रही है | इसमें कहानीकार ने बड़ी ही सजगता के साथ इतिहास और कल्पना का सुन्दर सामंजस्य बिठाया है | प्रेम और कर्त्तव्य के अंतर्द्वन्द्व को लेकर लिखी गई यह कहानी कर्त्तव्य-भावना का समर्थन करती है |
Hindi Sahitya Quiz / आधुनिक काल के महत्त्वपूर्ण प्रश्न Hindi Sahitya Quiz…