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Munshi Premchand Quotes
मुंशी प्रेमचंद के अनमोल वचन
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- यश त्याग से मिलता है धोखाधड़ी से नहीं |
- अपनी भूल अपने ही हाथों सुधर जाए तो यह उससे कई अच्छा है कि, कोई दूसरा उसे सुधारे |
- खाने और सोने का नाम जीवन नहीं है, जीवन नाम है सदैव आगे बढ़ते रहना का |
- सौभाग्य उन्हीं के साथ होता है जो कर्तव्य पथ पर अविचलित रहते हैं |
- चिंता एक काली दीवार की भाँति चारों ओर से घेर लेती है जिसमें से निकलने की फिर कोई गली नहीं सूझती |
Munshi Premchand Quotes in Hindi
- देश का उद्धार विलासियों द्वारा नहीं हो सकता उसके लिए सच्चा त्यागी होना पड़ेगा |
- अगर अंधा अंधे का नेतृत्व करे तो दोनों खायी में गिरेंगे |
- नेत्रहीन के लीयूए दर्पण बेकार है उसी प्रकार बुद्धिहीन के लिए विद्या बेकार है |
- दौलत से आदमी को जो सम्मान मिलता है वह उसका नहीं उसकी दौलत का सम्मान है |
- जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरूरत है, डिग्री की नहीं – हमार सेवा भाव, हमारी नम्रता, हमारे जीवन की सरलता, अगर यह डिग्री अगर हमारी आत्मा जाग्रत नहीं हुई तो कागज़ की डिग्री व्यर्थ है |
- आलस्य वह रोग है जिसका रोगी कभी ठीक नहीं होता |
- अच्छे कामों की सिद्धि में बड़ी देर लगती है, पर बुरे कामों की सिद्धि में वह बात नहीं |
- कुल की प्रतिष्ठा भी विनम्रता और सद्व्यवहार से होती है, हेकड़ी और रुबाब दिखाने से नहीं |
- सफलता में दोषों को मिटाने की विलक्षण शक्ति है |
- डरपोक प्राणियों में सत्य भी गूंगा हो जाता है |
- बल की शिकायतें सब सुनते हैं, निर्बल की फरियाद भी कोई नहीं सुनता |
Munshi Premchand Quotes in Hindi
- आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी, अपने घर की याद आती है |
- मै एक मज़दूर हूँ, जिस दिन कुछ लिख न लूँ, उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं |
- अन्याय में सहयोग देना, अन्याय करने के ही समान है |
- नमस्कार करने वाला व्यक्ति विनम्रता को ग्रहण करता है, और समाज में सभी के प्रेम का पात्र बन जाता है |
- जीवन की दुर्घटनाओं में, अक्सर बड़े महत्व के नैतिक पहलू छिपे हुए होते हैं |
Munshi Premchand Quotes in Hindi
- जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में हैं, उनका सुख लूटने में नहीं
- अनुराग, यौवन, रूप या धन से उत्पन्न नहीं होता, अनुराग, अनुराग से उत्पन्न होता है
- कुछ पढ़े लिखे लोगों ने गरीबों को लूटने के लिए एक संस्था बनाई है जिसे सरकार कहते हैं |
– मुंशी प्रेमचंद
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