काव्य प्रयोजन का अर्थ
काव्य की रचना करने का उद्देश्य | अर्थात् कविता या काव्य की रचना कवि किस उद्देश्य या फल प्राप्ति के लिए करता है.
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काव्य प्रयोजन का अर्थ
काव्य की रचना करने का उद्देश्य | अर्थात् कविता या काव्य की रचना कवि किस उद्देश्य या फल प्राप्ति के लिए करता है.
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काव्य हेतु का अर्थ – काव्य हेतु से अर्थ/आशय – उस शक्ति या साधन से है जो, काव्य रचना में कवि की सहायता करते हैं । ‘
हेतु’ से आशय ‘कारण’ से है अर्थात् वह शक्ति या साधन जो कविता की रचना का कारण बनता है, ‘काव्य हेतु’ कहलाता है।
काव्य हेतु कितने माने गए हैं ?
काव्य हेतु के प्रमुख रूप से तीन भेद माने गए हैं –
प्रतिभा
व्युत्पत्ति
अभ्यास
काव्य हेतु PDF
विविध आचार्यों और विद्वानों ने काव्य के लक्षण निर्धारित किए हैं | अध्ययन की सुविधा के लिए हम उन्हें तीन वर्गों में बाँटते हैं –
संस्कृत आचार्यों द्वारा प्रदत्त काव्य लक्षण
हिंदी विद्वानों द्वारा प्रदत्त काव्य लक्षण
पाश्चात्य विद्वानों द्वारा प्रदत्त काव्य लक्षण
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